तू मंज़िल मेरी, तू किनारा मेरा है
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| Picture courtesy of JHONNY LAI | 
काफ़िला वक़्त का थम सा गया है।
हसरतों का नशा अब कुछ चढ़ सा गया है।
जब से ए हमसफ़र तू मिला है मुझे,
हर लम्हा अब थोड़ा ठहर सा गया है।
हर हकीकत की तस्वीर तुमसे जुड़ी है।
हर घड़ी वक़्त का इक इशारा लगा है।
तुझी से शुरु अब कहानी मेरी है,
तुझी पर खत्म अब फ़साना मेरा है।
हूँ अगर नाव मैं तो तू किश्ती है मेरी।
हूँ अगर ज़िन्दगी तो तू धड़कन मेरा है। 
उस खुदा की खुदाई की तू रोशनी है।
तू मंज़िल मेरी, तू किनारा मेरा है।
Kumar Vishwas awesome lines: Koi deewana kahta hai

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